music

समाज के उच्च आदर्श, मान्यताएं, नैतिक मूल्य और परम्पराएँ कहीं लुप्त होती जा रही हैं। विश्व गुरु रहा वो भारत इंडिया के पीछे कहीं खो गया है। ढून्ढ कर लाने वाले को पुरुस्कार कुबेर का राज्य। (निस्संकोच ब्लॉग पर टिप्पणी/ अनुसरण/निशुल्क सदस्यता व yugdarpan पर इमेल/चैट करें, संपर्कसूत्र-तिलक संपादक युगदर्पण 09911111611, 9999777358.

what's App no 9971065525


DD-Live YDMS दूरदर्पण विविध राष्ट्रीय अन्तरराष्ट्रीय विषयों पर दो दर्जन प्ले-सूची

https://www.youtube.com/channel/UCHK9opMlYUfj0yTI6XovOFg एवं

बिकाऊ मीडिया -व हमारा भविष्य

: : : क्या आप मानते हैं कि अपराध का महिमामंडन करते अश्लील, नकारात्मक 40 पृष्ठ के रद्दी समाचार; जिन्हे शीर्षक देख रद्दी में डाला जाता है। हमारी सोच, पठनीयता, चरित्र, चिंतन सहित भविष्य को नकारात्मकता देते हैं। फिर उसे केवल इसलिए लिया जाये, कि 40 पृष्ठ की रद्दी से क्रय मूल्य निकल आयेगा ? कभी इसका विचार किया है कि यह सब इस देश या हमारा अपना भविष्य रद्दी करता है? इसका एक ही विकल्प -सार्थक, सटीक, सुघड़, सुस्पष्ट व सकारात्मक राष्ट्रवादी मीडिया, YDMS, आइयें, इस के लिये संकल्प लें: शर्मनिरपेक्ष मैकालेवादी बिकाऊ मीडिया द्वारा समाज को भटकने से रोकें; जागते रहो, जगाते रहो।।: : नकारात्मक मीडिया के सकारात्मक विकल्प का सार्थक संकल्प - (विविध विषयों के 28 ब्लाग, 5 चेनल व अन्य सूत्र) की एक वैश्विक पहचान है। आप चाहें तो आप भी बन सकते हैं, इसके समर्थक, योगदानकर्ता, प्रचारक,Be a member -Supporter, contributor, promotional Team, युगदर्पण मीडिया समूह संपादक - तिलक.धन्यवाद YDMS. 9911111611: :

Thursday, June 18, 2015

जितेन्द्र तोमर का विद्यालय परित्याग प्रमाण पत्र भी नकली

जितेन्द्र तोमर का विद्यालय परित्याग प्रमाण पत्र भी नकली 
नदि युदस। दिल्ली के पूर्व कानून मंत्री जितेन्द्र सिंह तोमर द्वारा, एजेंट के माध्यम विधि सनातक का नकली प्रमाणपत्र लेने की बात स्वीकारने के दो दिन बाद, विद्यालय परित्याग प्रमाणपत्र (माइग्रेशन प्रमाणपत्र) भी बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में नकली पाया गया। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के कुलसचिव अखिलेश चन्द्र के अनुसार  जांच में पाया गया कि तोमर को अप्रैल 1993 में, क्रसं 156 से कोई विद्यालय परित्याग प्रमाणपत्र जारी नहीं किया गया। उन्होंने बताया कि जांच के अनुसार, 26 मार्च से पांच मई 1993 के बीच क्रसं सात हजार से 7100 के विद्यालय परित्याग प्रमाणपत्र जारी हुए थे, जबकि तोमर का विद्यालय परित्याग प्रमाणपत्र दो अप्रैल 1993 को क्रसं 156 से जारी हुआ है, जो पूर्णत: गलत है। 
तोमर के फर्जी प्रमाण पत्र की जांच के क्रम में दिल्ली पुलिस बुधवार को, उनको बुंदेलखंड विश्वविद्यालय ले कर आई थी और बुधवार देर शाम उन्हें दिल्ली वापस ले गयी। तोमर का सारा अपराध स्पष्ट प्रमाणित हो रहा है फिर भी तोमर ने दिल्ली जाते समय रेलवे स्टेशन पर केन्द्र सरकार पर आरोप लगाया कि ‘आप’ की लोकप्रियता से घबरा कर उन्हें फंसाया गया है। 
उन्होंने यह भी कहा कि केन्द्र के कई मंत्रियों के प्रमाण पत्र भी संदिग्ध हैं, किन्तु केन्द्र सरकार उनकी जांच नहीं करा रही है। 
तोमर केवल हताशा में आरोप मढ़ रहे हैं। क्या आप मेरी बात से सहमत हैं ? 
A हाँ....., B न....., अथवा अन्य टिप्पणी 
"दिल्ली -आआप की या पाप की" भेड़ की खाल में, ये भेड़िये।
"हम देंगे तीखा सत्य, किन्तु मीठा विष नहीं।" -तिलक सं
भारतीय संस्कृति की सीता का हरण करने देखो | मानवतावादी वेश में आया रावण |
भारतीय संस्कृति में ही हमारे प्राण है | संस्कृति की रक्षा करना हमारा दायित्व || -तिलक
http://raashtradarpan.blogspot.in/2015/06/blog-post_18.html
http://satyadarpan.blogspot.in/2015/06/blog-post_18.html
http://kaaryakshetradarpan.blogspot.in/2015/06/blog-post.html
http://yuvaadarpan.blogspot.in/2015/06/blog-post_18.html
विश्वगुरु रहा वो भारत, इंडिया के पीछे कहीं खो गया |
इंडिया से भारत बनकर ही, विश्व गुरु बन सकता है; - तिलक

Wednesday, June 10, 2015

अच्छे दिन आ गए; …… हाँ, हाँ, हाँ,

अच्छे दिन आ गए; …… हाँ, हाँ, हाँ,

कांग्रेस नेता पूर्व मंत्री मणिशंकर ने अपनी पुस्तक और प्रेस वार्ता में स्वीकारा, अच्छे दिन आ गए; …… हाँ, हाँ, हाँ, राहुल गांधी ने स्वीकारा, कांग्रेस के बुरे दिन आ गए; ……  हाँ, हाँ, हाँ, उनके तीन बार कह देने के बाद कुछ और कहना शेष रहता है क्या, बताएं? 


विश्वगुरु रहा वो भारत, इंडिया के पीछे कहीं खो गया |
 इंडिया से भारत बनकर ही, विश्व गुरु बन सकता है; - तिलक

Thursday, June 4, 2015

योग सम्प्रदायिक, भोजन मन्त्र भी सांप्रदायिक। योग नहीं, तो भोजन क्यों ?

योग सम्प्रदायिक, भोजन मन्त्र भी सांप्रदायिक। योग नहीं, तो भोजन क्यों ? 
योग पर चर्चा में ABP पर, वारिस पठान MIM विधायक के अनुसार योग सम्प्रदायिक है, मुस्लिमों को योग नहीं करना चाहिए। इस कुतर्क के अनुसार हिन्दू भोजन करने से पूर्व भोजन मन्त्र पढ़ते हैं, भोजन करना भी सांप्रदायिक क्रिया है; अत: इन लोगों को भोजन भी नहीं करना चाहिए। 
योग का विरोध करने वाले, न इस्लाम को जानते हैं, न हिंदुत्व को, न योग को, केवल सनसनी के लिए विरोध करके चर्चा में आना चाहते हैं। मन्त्र के बिना भोजन कर सकते है तो योग क्यों नहीं? क्या आप मेरी बात से सहमत हैं?  A हाँ,     B नहीं,     अन्य टिप्पणी 
https://www.youtube.com/watch?v=rxuAwmajjF4&list=PLE26119A2723D491D&index=54 
https://www.youtube.com/watch?v=P9cPrRkbg54&list=PLE26119A2723D491D&index=55
http://www.abplive.in/india/2015/06/04/article608979.ece/Some-Muslim-organisations-are-protesting-against-Yoga-day-on-June-21 
विश्वगुरु रहा वो भारत, इंडिया के पीछे कहीं खो गया |
इंडिया से भारत बनकर ही, विश्व गुरु बन सकता है; - तिलक

Sunday, May 3, 2015

बुद्ध जयन्ती

बुद्ध जयन्ती (बुद्ध पूर्णिमा, वेसाक या हनमतसूरी) बौद्ध मत में आस्था रखने वालों का एक प्रमुख पर्व है। बुद्ध जयन्ती वैशाख  पूर्णिमा को मनाया जाता हैं। पूर्णिमा के दिन ही गौतम बुद्ध का स्वर्गारोहण समारोह भी मनाया जाता है। इस दिन 563 ई.पू. में बुद्ध स्वर्ग से संकिसा मे अवतरित हुए थे। इस पूर्णिमा के दिन ही 483 ई. पू. में 80 वर्ष की आयु में, देवरिया जिले के कुशी 
नगर में निर्वाण प्राप्त किया था। भगवान बुद्ध का जन्म, ज्ञान प्राप्ति और महापरिनिर्वाण ये तीनों एक ही दिन अर्थात वैशाख  पूर्णिमा के दिन ही हुए थे। ऐसा किसी अन्य महापुरुष के साथ आज तक नही हुआ है। इस प्रकार भगवान बुद्ध विश्व के सबसे महान महापुरुष है। इसी दिन भगवान बुद्ध को बुद्धत्व की प्राप्ति हुई थी। विश्व में बौद्ध मत के 50 करोड़ से अधिक मतावलंबि  इस दिन को बड़ी धूमधाम से मनाते हैं। हिन्दू धर्मावलंबियों के लिए बुद्ध विष्णु के नौवें अवतार हैं। अतः हिन्दुओं के लिए भी यह दिन पवित्र माना जाता है। यह त्यौहार भारत, नेपाल, सिंगापुर, वियतनाम, थाइलैंड, कंबोडिया, मलेशिया, श्रीलंका, म्यांमार, इंडोनेशिया तथा पाकिस्तान में मनाया जाता है। 
बुद्ध के ही बिहार स्थित बोधगया नामक स्थान हिन्दू व बौद्ध धर्मावलंबियों के पवित्र तीर्थ स्थान हैं। गृहत्याग के पश्चात सिद्धार्थ सात वर्षों तक वन में भटकते रहे। यहाँ उन्होंने कठोर तप किया और अंततः वैशाख पूर्णिमा के दिन बोधगया में बोधि वृक्ष के नीचे उन्हें बुद्धत्व ज्ञान की प्राप्ति हुई। तभी से यह दिन बुद्ध पूर्णिमा के रूप में जाना जाता है। बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर बुद्ध की महापरिनिर्वाणस्थली कुशीनगर में स्थित महापरिनिर्वाण मंदिर पर एक माह का मेला लगता है। यद्यपि यह तीर्थ महात्मा बुद्ध से संबंधित है, किन्तु  आस-पास के क्षेत्र में हिंदू धर्म के लोगों की संख्या अधिक है और यहां के मंदिरों में पूजा-अर्चना करने वे बड़ी श्रद्धा के साथ आते हैं। इस मंदिर का महत्व बुद्ध के महापरिनिर्वाण से है। इस मंदिर का स्थापत्य अजंता  की गुफाओं से प्रेरित है। इस मंदिर में भगवान बुद्ध की लेटी हुई (भू-स्पर्श मुद्रा) 6.1 मीटर लंबी मूर्ति है। जो लाल बलुई मिट्टी की बनी है। यह मंदिर उसी स्थान पर बनाया गया है, जहां से यह मूर्ति निकाली गयी थी। मंदिर के पूर्व भाग में एक स्तूप है। यहां पर भगवान बुद्ध का अंतिम संस्कार किया गया था। यह मूर्ति भी अजंता में बनी भगवान बुद्ध की महापरिनिर्वाण मूर्ति की प्रतिकृति है। 
श्रीलंका व अन्य दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों में इस दिन को 'वेसाक' उत्सव के रूप में मनाते हैं जो 'वैशाख' शब्द का अपभ्रंश है।इस दिन बौद्ध अनुयायी घरों में दीपक जलाए जाते हैं और फूलों से घरों को सजाते हैं। विश्व भर से बौद्ध मत के अनुयायी बोधगया आते हैं और प्रार्थनाएँ करते हैं। इस दिन बौद्ध मत के ग्रंथों का पाठ किया जाता है। मंदिरों व घरों में बुद्ध की मूर्ति पर फल-फूल चढ़ाते हैं और दीपक जलाकर पूजा करते हैं। बोधिवृक्ष की भी पूजा की जाती है। उसकी शाखाओं को हार व रंगीन पताकाओं से सजाते हैं।
वृक्ष के आसपास दीपक जलाकर इसकी जड़ों में दूध व सुगंधित पानी डाला जाता है।। इस पूर्णिमा के दिन किए गए अच्छे कार्यों से पुण्य की प्राप्ति होती है। पिंजरों से पक्षियॊं को मुक्त करते हैं व गरीबों को भोजन व वस्त्र दान किए जाते हैं। दिल्ली स्थित बुद्ध संग्रहालय में इस दिन बुद्ध की अस्थियों को बाहर प्रदर्शित किया जाता है, जिससे कि बौद्ध मतावलंबी वहाँ आकर प्रार्थना कर सकें।
वर्ष 2009 में बुद्ध पूर्णिमा की तिथि 9 मई थी। भारत के अलावा कुछ अन्य देशों में यह 8 मई को भी मनाया गया। थाईलैंड के महानिकाय और धम्मयुतिका मतों ने 8श्रीलंका में 8 मई को मनाया गया। जबकि सिंगापुर में 9 मई को मनाया गया। 
कभी विश्व गुरु रहे भारत की, धर्म संस्कृति की पताका;
 विश्व के कल्याण हेतू पुनः नभ में फहराये | - तिलक
विश्वगुरु रहा वो भारत, इंडिया के पीछे कहीं खो गया |
 इंडिया से भारत बनकर ही, विश्व गुरु बन सकता है; - तिलक

Friday, February 27, 2015

पंजाब निकाय चुनाव परिणाम: भगवा लहर

पंजाब निकाय चुनाव परिणाम: भाजपा-अकाली गठबंधन की भारी जीत, कांग्रेस साफ 
चंडीगढ। पंजाब में संपन्न निकाय चुनावों में भाजपा-अकाली दल गठबंधन ने भव्य जीत प्राप्त कर, अधिकांश स्थानो पर जीत का परचम लहराया, वहीं कांग्रेस का पत्ता पूरी तरह से साफ हो गया है। 
SAD-BJP alliance  sweeps civic polls in punjabराज्य के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और अन्य भाजपा नेताओं ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए, इसे विकास की जीत बताया है। जीत के बाद भाजपा -अकाली दल के कार्यकर्ताओं ने पटाखे चलाकर और मिठाईयां बांटकर एक दूसरे को बधाईयां दी। 
जानकारी के अनुसार अकाली दल-भाजपा गठबंधन 100 से अधिक नगरीय निकायों में और कांग्रेस केवल छह स्थानों पर अध्यक्ष बनाने की स्थिति में आ गई हैं। जिन निर्दलीयों ने जीत प्राप्त की है, उनमें से भी अधिकांश गठबंधन के ही समर्थक है।
घोषित परिणामों में गठबंधन को 2,037 वार्डों में से 1161 में जीत मिली है। घोषित चुनाव परिणामों के अनुसार 122 नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों के कुल 2,037 वार्डों में अकाली दल ने 813 पर और भाजपा ने 348 पर जीत अर्जित की है।  जब​कि इन चुनावों में आधार पाने का प्रयास कर रही कांग्रेस को 253 वार्डों से संतोष करना पड़ा। 624 वार्डों पर निर्दलीय विजयी रहे।
पंजाब निवासियों को धन्यवाद-बादल
पंजाब के मुख्यमंत्री सरदार परकाश सिंह बादल ने  नगर निगम चुनावों में अकाली भाजपा गठबंधन का भव्य जीत दिलाकर गठबंधन सरकार की विकासमयी व परिणाम मुखी नीतियो में विश्वास व वचनबद्धता प्रकट करने के लिए राज्य के लोगों का धन्यवाद किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन परिणामों ने शिअद-भाजपा सरकार को गरीबी, अनपढ़ता,  बेरोजगारी व सामाजिक बुराईयों से मुक्त नए पंजाब के निर्माण व विकास की गति तेज करने के लिए पुनरू समर्पित किया हैं। स. बादल ने कहा कि इन शानदार परिणामों ने हमें लोगों की आकाँक्षाओं पर खरा उतरने के लिए हमारे दायित्वों को और बढा दिया हैं। उन्होने कहा कि इन परिणामों को मात्र निगम चुनाव में जीत के रूप में ही नही समझना चाहिए बल्कि इन्होने कडी मेहनत वाले पंजाबियों को कलंकित करने वाली कांग्रेस पार्टी के नकारात्मक अभियान को भी कड़ा उत्तर दिया हैँ।
इस मध्य मुख्यमंत्री एक बार फिर शिअद-भाजपा के समूह के कार्यकर्ताओं, नेताओं और पदाधिकारियों का धन्यवाद किया। जिन्होने इन चुनावों में गठबंधन की जीत यथार्थ बनाने के लिए दिनरात परिश्रम किया। उन्होने पंजाब वासियों द्वारा बिना डर -भय से अपनी वोट डालकर लोकतंत्रीय  को सुदृढ़ करने के लिए दिखाये गये उत्साह के लिए उनका धन्यवाद किया।  बादल ने निरपक्ष व स्वतंत्र चुनावों को सुनिश्चित  बनाने के लिए राज्य चुनाव आयोग, प्रशासन व पुलिस प्रशासन को भी बधाई दी।
फगवाड़ा नगर निगम के पहले चुनाव 50 वार्डो में से अकाली-भाजपा गठबंधन के 16 सीटों पर भाजपा व 9 पर अकाली दल के प्रत्याशियों ने आधी सीटें जीत ली है। वहीं कांग्रेस ने 14, जबकि बसपा ने 2 सीटों पर जीत दर्ज की है। इनके अतिरिक्त 9 आजाद प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की है, जिनमें 6 अकाली-भाजपा समर्थक बताए जाते है। कांग्रेस लगातार दूसरी बार शहर की सत्ता से दूर हो गई। वीरवार को रामगढि़या पॉलीटेक्निक कॉलेज में मतगणना के बाद जब नतीजों की घोषणा की गई तो अकाली-भाजपाई खुशी में झूमते दिखाई दिए। 
होशियारपुरः होशियारपुर नगर निगम चुनावों में भी अकालियों ने बाजी मार ली है। 50 वार्डों में हुर्इ वोटों की गिनती हो चुकी है, जिसमें  अकाली दल ने 27 पर जीत प्राप्त की है। 
जबकि कांग्रेस के पल्ले 17 सीटें ही पड़ी हैं, तथा 6 पर निर्दलीय प्रत्याशियों ने कब्ज़ा किया है। यह तो तय है कि आने वाले समय में महापौर अकाली -भाजपा का मेयर ही बनेगा चाहे वह अकाली दल का होगा या फिर भाजपा सरकार का। 
मोहाली: मोहाली में हुए नगर निगम चुनाव के नतीजों के अनुसार अकाली दल ने यहां जीत हासिल की है।  गुरुवार 10 बजे वोटिंग की गिनती होनी शुरू हो गई थी। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मोहाली में अकाली दल ही बाकी पक्षों को पछाड़ कर आगे जा रहा है।
मोहाली 
अकाली दल-16
भाजपा: 07
कांग्रेस: 14
फिलहाल भाजपा-अकाली वर्करों में खुशी का माहौल है और ढोल बजाकर सभी वर्कर जीत का जश्न मना रहे हैं।विश्वगुरु रहा वो भारत, इंडिया के पीछे कहीं खो गया |
इंडिया से भारत बनकर ही, विश्व गुरु बन सकता है; - तिलक

Friday, February 20, 2015

भगवान शंकर- हमारे पहले पैगंबर :मुफ्ती मो इलियास जमीयत

भगवान शंकर- हमारे पहले पैगंबर :मुफ्ती मो इलियास जमीयत 

अयोध्या।  जमीयत उलेमा के मुफ्ती मोहम्मद इलियास मानते है कि भगवान शंकर मुस्लिमों के पहले पैगंबर हैं। उन्होंने कहा कि इस बात को मानने में मुसलमानों को कोई गुरेज नहीं है। इतना हीं नहीं आरएसएस द्वारा हिंदू राष्ट्र की मांग पर बात करते हुए, मौलाना ने कहा कि मुसलमान भी सनातन धर्मी हैं और हिंदुओं के देवता शंकर और पार्वती हमारे भी मां-बाप हैं। उन्होंने आरएसएस के हिंदू राष्ट्र वाली बात पर कहा कि मुस्लिम हिंदू राष्ट्र के विरोधी नहीं हैं। 
मुफ्ती मोहम्मद इलियास ने कहा कि जिस तरह से चीन में रहने वाला चीनी, अमेरिका में रहने वाला अमेरिकी है, उसी तरह से हिंदुस्तान में रहने वाला हर वयक्ति हिंदू है। यह तो हमारा राष्ट्रीय नाम है। उन्होंने कहा कि जब हमारे मां-बाप, खून और राष्ट्र एक है तो इस प्रकार हमारा धर्म भी एक है। हमारे धर्म का आरम्भ यहीं भारत से हुआ है। शंकर भगवान लंका में आए थे। हमारे इस्लाम धर्म के पहले पैगम्बर हैं। हम यहीं पैदा हुए हैं। यहीं हमारा कर्म और धर्म क्षेत्र है। इसलिए हमें इससे प्यार है। सारे जहां से अच्छा हिंदोस्तां हमारा। 
जमीयत उलेमा का एक प्रतिनिधिमंडल बुधवार को अयोध्या आया था। जमीयत उलेमा 27 फरवरी को बलरामपुर में कौमी एकता का कार्यक्रम करने जा रहा है। इसी कार्यक्रम में अयोध्या के साधु-संतों को भी आमंत्रित करने के लिए प्रतिनिधिमंडल अयोध्या आया था। इस मध्य मुस्लिम प्रतिनिधिमंडल ने राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी सतेंद्रदास और शनि धाम के महंत हरदयाल शास्त्री के साथ मिलकर आतंकवाद का पुतला फूंका। 
युगदर्पण की मान्यता है कि 67 वर्ष ऐसे राष्ट्र भक्त मुसलमान (श कै अब्दुल हमीद, डॉ अब्दुल कलाम, मुफ्ती मोहम्मद इलियास) प्रोत्साहन पाते, तो स्वतन्त्र भारत में आतंकवाद न होता, हिंसा न होती; प्रेम और सद्भाव होता। तब भारत विदेशी निवेश पर आश्रित न होता। 
विश्वगुरु रहा वो भारत, इंडिया के पीछे कहीं खो गया |
इंडिया से भारत बनकर ही, विश्व गुरु बन सकता है; - तिलक

Wednesday, February 18, 2015

नारी शक्ति का फिर सम्मान,

रातों रात विश्व भर में प्रसिद्ध, विंग कमांडर पूजा ठाकुर- भारतीय रक्षा सेवाओं में नारी शक्ति का फिर सम्मान, मोदी जी और भाजपा के  एक विशिष्टता प्राप्त करने के लिए नमन -यह दूसरों को प्रेरित करेगा। Please Share it to Inspire Others. इसे अधिकतम शेयर कर, दूसरों को भी प्रेरित करें - https://www.youtube.com/user/DoorDarpan/playlists
https://www.youtube.com/watch?v=qmc663e8duE&list=PLE26119A2723D491D&index=52
महिला घर परिवार दर्पण -
घर 4 दीवारी से नहीं, 4 जनों से बनता है,
परिवार उनके प्रेम और तालमेल से बनता है |
आओ मिलकर इसे बनायें; - तिलक
विश्वगुरु रहा वो भारत, इंडिया के पीछे कहीं खो गया |
इंडिया से भारत बनकर ही, विश्व गुरु बन सकता है; - तिलक